Monday, October 26, 2009

"विद्या बिना मति गई
मति बिना नीति गई
नीति बिना गति गई
गति बिना धन गया
धन बिना शूद्र पतित हुए
इतना घोर अनर्थ मात्र अविद्या
के कारन ही हुआ "
- महात्मा ज्योतिबा फुले

9 comments:

Harish said...

जय फुले ,
जय क्रांति।

Unknown said...

जय फुले ,जय भीम,जय पिछड़ा
जय क्रांति।

Unknown said...

Jai Jyotiba Phule, Jai Bhim Jai Bharat

प्रेमशंकर said...

राष्ट्र पिता महात्मा ज्योतिबा फुले जी को मेरा प्रणाम।
जय भीम जय भारत।

Unknown said...

महात्मा ज्योतिराव फुले जी को साष्टांग प्रणाम।
फुले जी का विचार हम लोगों के जीवन के किये प्रेरणास्रोत हैं।
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏

Unknown said...

जय भीम

Likesh Kumar said...

Jai bhim

Unknown said...

सर ज्योतिबा फुले ऐसा क्यों लिखा कृपया सरल भाषा में समझाएं अगर कोई जानकार है

Unknown said...

या मुझे व्हाट्सएप करके बताएं मेरा नंबर 9915441403